अक्षरा

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Pankhuri Sinha Pankhuri Sinha
Poem
રાજેન્દ્ર સોલંકી - (13 January 2021) 5
👍💐

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विनोद पाराशर - (17 September 2020) 5
एक युद्ध सरहद पर लड़ा जा रहा है और एक देश के भीतर!सरहद पर तो दुश्मन नज़र आता है लेकिन देश केअंदर के दुश्मन नज़र नहीं आते।तरह तरह के नकाब पहने हुए हैं। सुंदर रचना!👌💐

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युवा लेखिका, दो हिंदी कथा संग्रह ज्ञानपीठ से, 5 हिंदी कविता संग्रह, दो अंग्रेजी कविता संग्रह। कई किताबें प्रकाशनाधीन। कई संग्रहों में रचनाएं संकलित हैं, कई पुरस्कार जीत चुकी है--कविता के लिए राजस्थान पत्रिका का 2016 का पहला पुरस्कार, मथुरा कुमार गुंजन स्मृति पुरस्कार 2019, प्रतिलिपि कविता...More

Publish Date : 17 Sep 2020

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