Deepak Karpe - (31 January 2022)कहते हैं "जहाँ चाह वहाँ राह" । किसी भी समस्या को समस्या के दृष्टिकोण से देखा जाए तो काम शायद न बने,लेकिन उसी बात को सकारात्मक सोच के साथ कुछ हल निकालने का प्रयास करें तो बात हमारे पक्ष में भी बन सकती है। याद करें जब मार्च 2020 को कोरोना का विस्फोट हुआ था तब सारे विश्व मे हड़कंप मचा हुआ था। हमारे दूरदृष्टा प्रधानमंत्रीजी ने बड़े धैर्य से धीरे धीरे एक एक समस्या को हल करने की प्रेरणा दी।नतीजा आज सारे कार्य घर से और वो भी सफलतापूर्वक संपन्न हो रहे हैं। शहरीकरण की समस्याओं से भी काफी सीमा तक छुटकारा मिल गया है।यह हम और आप भी अनुभव कर रहे हैं। तो ऐसा विश्वास रखने में हर्ज नही है कि जब सर्वथा सामान्य स्थिति या कहें पूर्ववत स्थिति आ जायेगी तब वर्तमान प्रयोगों को भी पूर्णतः तिलांजली न देकर इसकी अच्छी और सकारात्मक बातें आजमाना जारी रखें तो सारे मानव जाति का कल्याण हो सकेगा।