आदर्श, उसूल या देश???

आदर्श, उसूल या देश???


ऋचा दीपक कर्पे ऋचा दीपक कर्पे
Article & Essay Self-help
अनला बापट - (30 January 2022) 5
जब कोई इन खोखले आदर्शो को छोड़ कुछ करना चाहता है तो भी लोग वह नीतिमय नही है कहकर उसे साथ नही देते,और वह जो समाज का भला करने के लिए आदर्शो को छोड़ता है,अकेला पड़ जाता है।

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Pragati Dabholkar - (23 January 2022) 5
सहमत...

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જ્યોતિન્દ્ર મહેતા - (23 January 2022) 5
सच कहा है आपने। ईतिहास में ऐसे कई उदाहरण मौजूद है। युद्ध सिर्फ दुश्मन का वध करके ही खत्म होता है।

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संजय रोंघे - (23 January 2022) 5
खरं आहे .

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मैं कोई लेखिका या कवियित्री नही।इस खूबसूरत दुनिया की खूबसूरत बातें, कुछ किस्से कुछ यादें अपने शब्दों में पिरोने की एक ईमानदार कोशिश करती हूँ....

Publish Date : 23 Jan 2022

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