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रंगरेज

तेरे रंग में रंग जाने को जी करता है.

ऐ रंगरेज तुझे अपना बनाने को जी करता है.

रंगलू हर ख्वाब हर जुस्तजू अपनी ,

तुझसे तेरे ही रंग चुराने को जी करता है...


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