तेरी याद
जिऊगी जब तलक तेरे फसाने याद आएंगे
कसक बनकर मुहब्बत के तराने याद आएंगे
मुझे तो ज़िंदगी भर अब तेरी यादो पर जीना है
तुझे भी क्या गुजरे जमाने याद आएंगे
कही गूंजेगी शहनाई तो लेगा दर्द अंगडाई
हजारो गम तेरे गम के बहाने याद आएंगे.
जिऊगी जब तलक तेरे फसाने याद आएंगे
कसक बनकर मुहब्बत के तराने याद आएंगे
मुझे तो ज़िंदगी भर अब तेरी यादो पर जीना है
तुझे भी क्या गुजरे जमाने याद आएंगे
कही गूंजेगी शहनाई तो लेगा दर्द अंगडाई
हजारो गम तेरे गम के बहाने याद आएंगे.