कई दफ़ा बैठे हैं हम अंजुमन में उठ जाने को...
कई दफ़ा बैठे हैं हम अंजुमन में उठ जाने को ..????
आखिरी सलाम हम करते चले
अंजुमन से नज़रें बचा के चले,
आ न जाएं बातों में किसी की
खामोशी का दामन थामे चले
वीराना सी हो जाएगी बिन मेरे
अंजुमन का चिराग बुझा चले
आएंगे नहीं लौट कर लफ्ज़ मेरे
ये आखिरी अल्फ़ाज़ लिख चले????
Anjju