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तुम्हारी याद बहुत है

तुमको अपने हिस्से की दुनिया मुबारक
मुझको अपने हिस्से की जिंदगी रास आए बहुत है
तुमको तुम्हारा जहां मुबारक
मेरे हिस्से अपनी कमाई की सांस आए बहुत है

तुमको रास्ता मिल गया मेरी ख्वाहिश है मंजिल भी मिले
मेरे हिस्से दिशाहीन सफ़र भले हो
फिर कभी मोहब्बत की तमन्ना हो तो तेरी ही तलाश आए बहुत है

तुमने तड़प लीया जीतना तड़पना था अब मेरी बारी है
मेरे हिस्से वो दिन तो न आएंगे ऊन दिनो की प्यास आए बहुत है

तुम मशरूफ रहो अपने आने वाले कल को सजाने में
चांद फीका लगे जब मुस्कुराओ
मेरे दिल में खुबसूरत चाह उठे तो तुम्हारे चेहरे की आस आए बहुत है

तुमको मिले वो सब जो चाहो
क़दमों में फूल बीछाने वाला मिला है जीस तरह
मुझको मेरा हाल अपने सर आंखों पर
मुझको याद है तुम्हारा अगले जनम का वादा, अगला जनम काश आए, बहुत है

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