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भजन

होता है सत्संग सुहाना, भैया सत्संग में आना। करना ना कोई बहाना ,बहना सत्संग में आना।।

 सत्संग की गंगा में, धो डालो मन को ।
मन को निर्मल बनाना, भैया सत्संग आना।।

संतो की चरणों में, सत्संग की गंगा।
मिलता है मुक्ति ठिकाना, भैया सत्संग में आना।।

 सत्संग की प्याले में ,अमृत का पान करो।
विषयों से मन को हटाना,भैया सत्संग में आना।।

 सभी संत कहते हैं, सत्संग में आओ।
जीवन को सफल बनाना, भैया सत्संग में आना।

 सत्संग में आकर ,विकास करो ज्ञान का।
मिला अवसर ना गवाना, भैयााा सत्संग में आना।।

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