आयो–आयो रे नववर्ष...!
आयो–आयो रे नववर्ष...!
बदल रहीं ऋतु की भंगिमा
छाया सब ओर उत्कर्ष
खुशियां मनाओ, गीत गाओ
आयो–आयो रे नववर्ष...!
बदली बासंती बयार पुरवाई
फाल्गुनी उतरी चैत चढ़ आई
जन जन में उमड़ पड़ा हर्ष
आयो–आयो रे नववर्ष...!
कोयल कुहकी, करके विदाई
नए दिन, नए पर्व की अगुवाई
प्रीत सिखावे, भुलावें कर्ष
आयो–आयो रे नववर्ष...!
खिले पलाश, गेंहू की बाली
आम बौराए,खिली धरा निराली
चहुंओर छाया प्रेम का सत्र
आयो–आयो रे नववर्ष...!
धरती चंदन सी सुगंधित
सब जन का जी आनंदित
हृदय लगावें सबै सहर्ष
आयो–आयो रे नववर्ष...!
बरसे गगन से प्रेम फुहार
प्रीत भरा यह प्रिय त्योहार
बहता रहे प्रीत अनवरत
आयो–आयो रे नववर्ष...!
ऋत परिवर्तन का यह वार
प्रीत की रीत बना बहुधार
रीत निभाते सदा सहर्ष
आयो–आयो रे नववर्ष...!
#MJ
#mAn
आपको और आपके परिवार को भारतीय नववर्ष, गुड़ी पड़वा एवं चैत्र नवरात्रि महापर्व की अनंत शुभकामनाएं????????????
माँ दुर्गा आपका कल्याण करें एवं सदैव खुशियां बरसाती रहें????????
जय माता दी ????????
