मुस्कराहट
मैं आज भी तुम्हारी मुस्कराहट नही भूली
जब ठंडी हवा मेरे पास से गुजरती है
लगता है तुम आस पास कहीं मुस्करा रहे हो
जब भी तुमको मुस्कराते देखती
ऐसा लगता जैसे आकाश में पक्षी खिलखिला रहे हैं
फूल सुबह सुबह खिल रहे हैं औंस से भीगी बूंदे
जैसे फूल पर मोती जैसी लगती है
तुम वैसे ही दिखाई देते मुझे
तुम्हारी आंखे भी मुस्कुराती जैसे
किसी को अपने पास आने का इशारा कर रही हो
हमेशा ऐसे ही मुस्कुराना बिना किसी बहाने के
