गीत
गीत
मुझे बेवफा प्यार करके भुलाया।
उसे दिल हमारा नहीं भूल पाया।टेक।
रहे अजनबी हम मिले जब डगर में।
मुहब्बत हुई जिन्दगी के सफर में।
सुहाने सफर में वो काँटे बिछाया।
उसे दिल हमारा नहीं भूल पाया।
सितमगर सितम प्यार करके किया है।
नहीं जानता कब का बदला लिया है।
जहाँ नीर कम नाव मेरी डुबाया।
उसे दिल हमारा नहीं भूल पाया।
भटकते हुए को सहारा दिया था।
रहा डूबता मै किनारा दिया था।
लिखा नाम हाथों से मेरा मिटाया।
उसे दिल हमारा नहीं भूल पाया।
तुम्हारे खयालों में दिन रात रोता।
अभी नाम लेकर तुम्हारा हि सोता।
नहीं ख्वाब में आज तक वो दिखाया।
उसे दिल हमारा नहीं भूल पाया।
गई बेवफा छोड़ रुसवाइयों में।
बड़ा दर्द "जीवन" है तन्हाइयों में।
बिना मौत जालिम जनाजा उठाया।
उसे दिल हमारा नहीं भूल पाया।।
जीवन जिद्दी
जनपद फतेहपुर उत्तर प्रदेश यू पी 71
