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लव स्टोरी

                         बचपन का प्यार 

जब पहला प्यार होता है तो नींद हराम हो जाती है, भूख नहीं लगती प्यास नहीं लगती, दिल बेकरार रहता है, उसकी एक झलक को नजरें तरसती रहती है, अगर वह नजर आ जाए तो सारी दुनिया हसीन लगने लगती है हर किसी पर प्यार आता है
बेवजह ही चेहरे पर मुस्कुराहट तैरने लगती है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है, प्यार का वह मीठा दर्द सिर्फ दिल लगाने वाले ही समझते हैं !!!

मेरे पापा का जमीन को लेकर के मेरे मामा जी से विवाद चल रहा था एक दिन मेरे पापा ने सब कुछ बेच कर शहर छोड़ देने का कठोर निर्णय लिया,, और हुआ भी वही हम अपने शहर को छोड़कर भोपाल शहर जा पहुंचे, भोपाल जाकर पापा ने एक जगह घर किराए पर लिया मम्मी पापा और बड़े भाई नए घर को सेट करने में लगे हुए थे मैं भी उनकी मदद कर रहा था,, मुझे अपना शहर छोड़कर बहुत बुरा लग रहा था अपना पुराना घर और दोस्त मुझे बहुत याद आ रहे थे मन भारी सा था

घर सेट करते करते रात हो गई थी सबने होटल से मंगाया खाना खाया और अपने बिस्तर पर जाकर सो गए ! अगली सुबह जब मेरी नींद खुली तो बहुत ही अजीब लग रहा था अपना घर छोड़ देने का दर्द मन में अब भी टीस मार रहा था मैंने देखा घर के सभी मेंबर अभी भी सोए पड़े हैं मेरी ही आंख कुछ जल्दी खुल गई थी और अब नींद भी नहीं आ रही थी मैंने सोचा क्यों ना छत पर ही घूम आया जाए ? ऐसा सोचते हुए मैंने उठकर ब्रश किया और उसके बाद सीढ़ियों से होता हुआ छत पर जा पहुंचा !

वह गर्मियों की एक खूबसूरत सुबह थी  ठंडी हवा
 बदन को छूकर गुजर रही थी मैं आपको काफी तरोताजा महसूस कर रहा था तभी मेरी नजर सामने की एक छत पर पड़ी जो कि हमारे घर की छत से एक फ्लोर कम थी उस छत पर बहुत सारे सफेद कबूतर चहल कदमी कर रहे थे मैं बड़े ही ध्यान से उन्हें देख रहा था अचानक मैंने देखा कि सीढ़ियों से छत पर एक लड़की आती है ,,,

मेरी ही उम्र की थी वो गोरा रंग दुबला पतला शरीर खूबसूरत चेहरा पाॅप कट् हेयर स्टाइल और सफेद सलवार सूट पर आसमानी दुपट्टा डाले वो बहुत खूबसूरत दिखाई दे रही थी , मेरी नजरें उस पर टिक कर रह गई थी,, अपनी कबूतरों के लिए पानी रख रही थी हाथ में कुछ बाजरा जैसी चीज उनके आगे डाल रही थी और उन कबूतरों में से चुन-चुन कर अपनी पसंद के कबूतर को हाथ में लेकर प्यार कर रही थी!! कुछ पल के लिए मैं सारी दुनिया भूल कर उसी में खो कर रह गया !!!!

अचानक ऐसा लगा कि उसने नोटिस किया कि मैं अपनी छत से खड़ा उसे देख रहा हूं ,, उसने एक ठहरी हुई नजर मुझ पर डाली  और मुझे अवॉइड करते हुए सीड़ियों से होती हुई नीचे चली गई,
मैं काफी देर तक छत में खड़ा हूं उसके छत की तरफ ही देखता रहा पर वह छत पर नहीं आई !! कुछ देर बाद मैंने देखा कि उसके दरवाजे पर दूध वाला आया है,, वही लड़की हाथ में बर्तन किए दूध लेने घर से बाहर निकली उसने एक बार फिर उड़ती नजरों से मुझे देखा इस बार मेरे दिल में हल्की सी हलचल सी महसूस हुई ,, वह दूध लेकर घर के अंदर चले गए मैं कुछ देर और खड़ा रहा फिर मैं नीचे आ गया !!! पता नहीं मुझे क्या हुआ था पहली बार मैंने किसी लड़की को नोटिस किया था ना चाहते भी मेरा ध्यान बार-बार उसकी दवा से पर जा रहा था पर पूरा दिन वह मुझे नजर नहीं आए शाम को भी मैंने उसे घर से आते-जाते नहीं देखा !! पर अगली सुबह मेरे कदम अपने आप उसी टाइम पर छत पर जा पहुंचे !!! मेरी नजरें उसी को तलाश रही थी !!
पता नहीं कि मैं क्यों उसको आज फिर देखना चाहता था,, मुझे ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ा पिछली सुबह की तरह आज भी उसी टाइम पर वह छत पर आई,, मेरे दिल की धड़कन से तेज होने लगी,, उस अजनबी लड़की का चेहरा किसी अपने से भी ज्यादा अपना लग रहा था,, वह अपनी कबूतरों के साथ अठखेलियां करने में लगी थी अचानक एक बार फिर उसने मेरी ओर देखा !! इस बार ऐसा लगा कि उसने आज कुछ ज्यादा देर तक मुझे देखा,, ना चाहते हुए भी मेरे चेहरे पर मुस्कान तैर गई,
हमारे बीच कितना फासला था कि हम एक दूसरे के चेहरे की एक्सप्रेशन देख सकते थे,, पर जब उसने मुझे मुस्कुराते हुए अपनी तरफ देखते हुए देखा तो उसके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं आए पिछले दिन की तरह वह फिर से नीचे उतरती चली गई,, अब मुझे अपराध बहुत सा महसूस हो रहा था कि मैं क्यों मुस्कुराया??? मैं सोच रहा था कहीं वह अपने मन में मेरे लिए कोई बुरी इमेज ना बना ले ?? मैं भारी मन से वापस नीचे आ गया,, मैं अपने घर में बैठा हूं फिर किसी उसके दरवाजे की तरफ देख रहा था,, तभी एक सब्जी वाले का ठेला आया और उस लड़की की मम्मी सब्जी खरीदने बाहर निकली , मेरी मम्मी भी सब्जी ले लो बाहर चली गई,, मुझे तो उसकी मम्मी को देखते ही रिस्पेक्ट की भावना आने लगी,, तभी मैंने देखा थी उस लड़की के पापा भी सब्जी के ठेले पर खड़े होकर मेरी मम्मी से कुछ बात कर रहे हैं,, मेरा दिल जोरो से धड़कने लगा,, मैं अंदर ही अंदर यह सोच कर डर रहा था कि ऐसा तो नहीं कि मेरे मुस्कुराने वाली बात लड़की ने अपने मम्मी पापा को बता दी हो ? और वह मेरी शिकायत मेरी मम्मी से कर रहे हो ??? यह सोचकर ही मैं पसीने पसीने हो गया ,, मेरी मुंबई सब्जी लेकर घर के अंदर भाई और मुझसे कहा जाओ पापा को उठा दो कुछ बात करनी है !!!

अब तो मेरी हालत और भी ज्यादा खराब हो गई मेरा शक यकीन में बदलने लगा मैंने डरते डरते जाकर पापा को उठाया और अनजान बना बैठा रहा,

पापा के आने पर मम्मी ने उनसे कहा कि
सामने वाली फैमिली के लोग अपने बारे में पूछ रहे थे,, मैंने जब उन्हें बताया कि आप टीवी रिपेयरिंग का भी वर्क कर लेते हैं तो उन्होंने कहा कि उनका टीवी खराब हो गया है ,हो सके तो जाकर चेक कर लें !!!

मम्मी के मुंह से यह बात सुनकर मेरी धड़कने थोड़ी सामान्य हुई
पर अगले ही पल मेरा दिल फिर से यह सोच कर धड़कने लगा कि अगर पापा टीवी चेक करने उनके घर जाएं तो क्यों ना मैं भी उनके साथ चला जाऊं ?? इसी बहाने मैं उस लड़की को और भी करीब से देख पाऊंगा !!!

किस्मत मेरे साथ थी पापा नाश्ता करके तैयार हुए और अपना टूल बैग उठाकर जैसे ही जाने को हुए तो मैंने कहा पापा क्या मैं भी आपके साथ चल सकता हूं??

पापा को मुझे सामने वाले घर में साथ ले जाने में कोई आपत्ति नहीं लगी उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा ठीक है चलो !!

पापा ने उनके घर में नॉक किया,, दरवाजा उसी लड़की ने खोला

उसे अपनी ठीक सामने देखते ही मेरा दिल बेतहाशा धड़कने लगा !! वह बहुत खूबसूरत थी उसकी काली और बड़ी आंखें मुझे ही निहार रही थी ,, उसने मुझे देखते हुए ही अपने पापा को आवाज दी !!
उसके पापा के आने पर मेरे पापा ने आने की वजह बताई तो उन्होंने रिस्पेक्ट के साथ हम लोगों को अंदर आने को कहा !!

वो लड़की आगे चलते हुए एक तरफ एक कमरे की तरफ मुड़ गई,, पर उसने एक बार फिर मुझे पलट कर देखा !! 

पापा जिस टेबल पर टी.वी. रख कर रिपेयरिंग कर रहे थे , उस टेबल के ठीक नीचे

 लड़की के ब्लैक स्कूल वैली शूज रखे हुए थे और उसमें रेड कलर की सॉक्स फंसे हुए थे,, मुझे उसकी स्कूल शूज भी प्यारे लग रहे थे !!! हम वहां डेड़ 2 घंटे बैठे रहे,, पर वो एक बार भी इस बीच नजर नहीं आई !! 

मैं हर सुबह उसी वक्त रोज छत पर जाने लगा था,, ऐसा करना मेरी जिंदगी का एक हिस्सा सा बन गया था, मैं घंटे नहीं छत पे खड़ा रहता पर मैंने नोटिस किया कि अब वह भी मुझ पर ध्यान तेरी लगी थी और बीच-बीच में नजर बचाकर वह मेरी ओर देख ही लिया करती थी, इसी बीच एक दिन उसने ठहर नजरों से
 मेरी ओर ध्यान से देखा और मैंने उसके चेहरे पर साफ साफ एक बड़ी ही प्यारी सी मुस्कुराहट अपने लिए देखी वह दिन मेरी जिंदगी का सबसे यादगार दिन बन गया, किसी जंग फतह करने जैसी फीलिंग दिल में आ रही थी, मुझे फिल्मी गाने पसंद आने लगे थे, मैं दिन में कई बार आईने के सामने खुद को निहारने लगा था अपने बाल जमाता तो कभी कपड़े बार-बार बदलता था,, किसी ने सही कहा है प्यार इंसान को अच्छा बना देता है, मैं हमेशा खुश रहने लगा था, जिस दिन उसे ना देखता उस दिन मन उदास हो जाता था !!!! 

उसे याद करके मन में फिल्मी गाने बजे उठते थे,,,,,,,,

** जिसके आने से रंगों में डूब गई है शाम सोच रहा हूं किससे पूछो उस लड़की का नाम ***

तो कभी

** कितना प्यारा तुझे रब ने बनाया जी करे देखता रहूं ***

** जब हम जवां होंगे जाने कहां होंगे लेकिन जहां होंगे तुझे याद करेंगे फरियाद करेंगे **

फिर एक दिन मुझे उसका नाम पता चला ,,,,

रिज़वाना नाम था उसका "" उसके नाम का पहला अक्षर मेरी रूह और दिलों दिमाग पर छा गया,, मैं अपने नाम के पहले अक्षर एस के आर को जोड़कर कभी कॉपी में लिखता तो कभी स्कूल की टेबल पर तो कभी हाथ की हथेलियों में लिखकर उसे चूम लिया करता था !!!! हम लोगों का आमना सामना सैकड़ों बार
 हुआ पर कभी दोनों में से किसी की भी हिम्मत बात करने की नहीं हुई ,, मेरी आंखों को उसकी आंखों में अपने प्यार का एहसास दिला दिया था !!! उसकी झील से खूबसूरत काजल वाली आंखें और बेदाग चेहरा गुलाबी और पतले होठों पर वह प्यारी सी मुस्कुराहट मेरी रातों की नींद उड़ा चुकी थी , मेरा हर दिन किसी त्योहार की तरह खुशियां लेकर आता था, सुबह के इंतजार में रात काफी लंबी नजर आती थी,, जब तक उसे ना देख लेना दिल बेचैन रहता था !!! हम दोनों दूर से भी एक दूसरे को देख कर खुश थे ,, मेरा एडमिशन 10th क्लास में हुआ था और वह शायद 9th में थी इतनी कम उम्र में ही हमें प्यार की बीमारी लग चुकी थी कहीं कोई रोमांटिक सॉन्ग सुनता तो सिर्फ उसका ही चेहरा मेरी आंखों में तैर जाता था,,,,,,

** तुझे ना देखूं तो चैन मुझे आता नहीं, कहीं मुझे प्यार हुआ तो नहीं है****

मेरी सारी दुनिया उस लड़की के आस-पास सिमट कर रह गई थी
मैं कुछ भी करूं कहीं भी जाऊं एक पल के लिए भी वह मेरी बहन से नहीं हटती थी ,, मेरे बदले स्वभाव को मेरी मम्मी पापा ने भी महसूस किया था ,, मैं हर काम हंसी खुशी कर दिया करता था सबसे बहुत अच्छे से पेश आने लगा था मैं !!

पर कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा भी दिन आएगा जब हम दोनों एक दूसरे से दूर हो जाएंगे !!!

2 साल गुजर चुके थे अब भी मेरी और रिजवाना की बात नहीं हुई थी पर एक दूसरे को हम दोनों दिल ही दिल बेइंतेहा चाहने लगे थे,, सबसे नजरें बचाकर हम एक दूसरे को देखने का बहाना ढूंढ ही लेते थे और एक प्यारी सी मुस्कुराहट बटोर कर अपने बेकरार दिल को सुकून दिया करते थे !!

एक सुबह पापा ने एक ऐसा फैसला घर वालों के सामने रखा जिसे सुनकर मेरा दिल बैठ गया ,, पापा ने कहा हम वापस अपने शहर जाएंगे!!!!

वह सुबह मेरी जिंदगी की सबसे बुरी सुबह साबित हुई,, मुझे वापस अपने शहर जाने की रत्ती भर भी खुशी नहीं हो रही थी, ज़हन में सिर्फ रिजवाना का चेहरा आ रहा था, मेरा दिल बैठ चुका था रोने का मन कर रहा था पर किसी से बता भी नहीं सकता था ,, अब तक तो मैंने रिजवाना से अपने दिल की बात होठों से तक नहीं कही थी!!!

2 दिन में हमारे वापस लौटने की तैयारियां हो चुकी थी सामान पैक हो गया था, शायद यह खबर उस तक भी जा पहुंची थी
कि हम वापस जा रहे हैं,, सुबह से शाम होने को आई पर रिजवाना मुझे नजर नहीं आई ,, वह वक्त भी आ गया जब हमें स्टेशन के लिए रवाना होना था,, मेरा दिल रो रहा था आंखें भरी हुई थी,, जैसे जैसे हम स्टेशन की तरफ बढ़ रहे थे मेरा दिल कहीं पीछे छूटा जा रहा था !!! मेरी आंखों में सूनापन और दिल में गहरी उदासी घर बना चुकी थी !!! शहर छोड़ते वक्त मुझे उसकी एक झलक तक देखने को नहीं मिली, मैं अपनी तरसी आंखें लिए अपनी फैमिली के साथ वहां से अपने शहर लौट आया !!

कई बार मेरे घर वालों ने मेरे मुरझाए चेहरे और उदासी का कारण जानना चाहा पर मैं क्या बताता कि मैं पीछे अपनी दुनिया छोड़ आया हूं !!!

मेरी जिंदगी में रोमांटिक सॉन्ग की जगह सैड सोंग्स ने ले ली थी

*** हम तुमसे ना कुछ कह पाए तुम हमसे न कुछ कह पाए लगता है डर ये बात ये दिल की दिल में ना रह जाए ***

मैं जानता था अब वापस उस शहर में लौटने का कोई रास्ता नहीं बचा है,, हैसियत में भी वह लोग हमसे बहुत अच्छे खासे थे,,
एक लंबा अरसा गहरी उदासी में गुजरा,,, लाखों चेहरे आंखों के सामने से गुजरी है पर कहीं भी उसके जैसा चेहरा नजर नहीं आया !! मैं सोचता था कि क्या वो अब भी मुझे याद करती होगी?? मुझे अगर हिचकी आती तो यही सोचता कि शायद वह मुझे याद कर रही होगी ??? पर यह सोचकर मन को बहला लेता था अब तक तो वह मुझे भूल चुकी होगी !!! भूले भटके कभी-कभी साल 2 साल में उसकी याद ताजा हो जाया करती थी,, वही पुराने दिन याद करके फिल्मी गाने दिल को बेचैन कर जाते थे,,,,

***** आज सुबह जब मैं जगा तेरी कसम ऐसा लगा कि तूने मुझे याद किया है कि तूने मेरा नाम लिया है ******

और कुछ सालों बाद एक लड़की का चेहरा मैंने अपने शहर में देखा,, वैसे ही बाल वैसे ही आंखें वैसे ही कद काठी मेरा दिल एक बार फिर से जोर से धड़कने लगा ,,,,

*** अजनबी मुझको इतना बता दिल मेरा क्यों परेशान है देखकर तुझको ऐसा लगा जैसे बरसों की पहचान है ***

फिर वही सिलसिला शुरू हो गया ,,, वह अपने कॉलेज रिक्शा से जाया करती थी,, मैं आपकी बी एस ए साइकिल से उसके रिक्शा का पीछा करने लगा !!

सैकड़ों बार मैं उसके पीछे गया इस बीच एक दो बार उसने मुड़कर कर भी देखा,, आखिरकार 1 दिन उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई ,,, अब वो मेरी वाइफ है और वही मेरी लाइफ है !!!

*** हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार जिंदगी में खुशनसीब है वो जिनको है मिली यह बहार जिंदगी में ****

समाप्त 

सैयद सिराज हुसैन






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