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है जिंदगी के कितने किरदार यहां हम सबकी एक कहानी है

"है जिंदगी के कितने किरदार यहां हम सबकी एक कहानी है

बदलते दिनों मैं जिस ने जो देखा उसकी झलक एक जवानी है"

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ज़िन्दगी हमारे सामने कई रूप और कई रंगों के साथ मौजूद है ।आज कुछ ऐसे हालात बनते जा रहे हैं कि कहीं भी कोई उम्मीद की रौशनी नज़र नहीं आती । चारों तरफ़ से ऐसी ख़बरें हमें घेर रही हैं, जिसमें सिर्फ़ और सिर्फ़ मायूसी है, उदासी है, दुःख है । इन दिनों हम कुछ ऐसे हालात में जी रहे हैं, जहाँ न मुल्क की सियासत ही सही मालूम होती है और न ही रोज़ी का कोई रास्ता साफ़ नज़र आता है । सब कुछ धूंधले में है, हमारे चारों ओर मायूसी का घना कोहरा छाया हुआ है । कोरोना जैसी बिमारी से हमारा मुल्क और हमारे मुल्क के लोगों बहुत परेशान नज़र आ रहे हैं और ये लोकडाउन का असर हर किसी पे पड़ रहा है और कहीं लोग डिप्रेशन से गुजर रहे हैं । कोई भी ऐसा शख़्स जिसके अन्दर ज़रा सी भी इंसानियत मौजूद है, वो इन बातों से परेशान न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है ।


कभी कभी इंसान, अपनी ज़िन्दगी से, अपने लोगों से इतना मायूस हो जाता है कि वो ख़ुदकुशी का रास्ता भी इख्तियार करने से बाज़ नहीं आता ।जबकि हमें ये समझना चाहिए, अगर ज़िन्दगी नागवार होती जा रही है, बुरी होती रही है, तो हम उस बुराई की मुख़ालिफ़त करें न कि ज़िन्दगी की । ज़िन्दगी के खिलाफ़ जा कर हाथ बस अंत आएगा, बस मौत और इस तरह सैकड़ों-हज़ारों जानें जाने के बाद वो बुराई उस समाज में‌ जस की तस बनी रहेगी । इसीलिए ऐसे ज़ुल्मतों के दौर में हमें हार नहीं माननी है, बल्कि इसी दौर हिम्मत से आगे बढ़कर रौशनी की तरफ़ जाना है ।


"हर मुश्किल जिंदगी में एक इम्तिहान होता है

हिम्मत हारने वालों को कुछ नहीं मिलता जिंदगी में

मुश्किलें लड़ने वालों के जिंदगी में पूरा जहां होता है"


तो दोस्तों हमें ऐसी छोटी-मोटी परेशानियों से डरना नहीं है बल्कि इसका डटकर सामना करना है वो कहते है ना बुरा वक़्त ठहेरता नहीं है तो दोस्तों ये वक़्त भी गुजर जाएगा फिर से एक नया सवेरा नई उम्मीद लेकर आएगा । तो दोस्तों ख़ुश रहो , स्वस्थ रहो और अपनों के संग खुशियां बांटते रहो।


                  - Shaikh Samim ✍️✍️


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