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तेरे बिन

​​तेरे बिन मैं घूमूं दर बदर,

लगता हैं सुना ये सफर,

रातें भी कटे ना अब ये तेरे बिन।


अश्कों का कैसा हैं ये कहर,

आँखों पर इनका ही हैं असर,

रोती हैं टूट कर ये तेरे बिन।


सीने में दिल हैं ये मेरा,

उस पे नाम लिखा हैं तेरा,

धड़के ना अब तो ये तेरे बिन।


ज़िद हैं मेरी तू ही हो मेरा,

और ये दिल मेरा,हो तेरा,

तू ना मिला तो कैसे जियूँ तेरे बिन।

जान मेरी जाए ना निकल,

आँखों से नींदें जाए यूँ फिसल,

सोती नहीं अब तो ये तेरे बिन।


मौसम हैं बारिश का संभल,

अश्कों में ना जाए ये बदल,

बहा ले जाएगी मुझें ये तेरे बिन।

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