शायरकीर्ति
चंद्रमा आज रात कई कई गुना खिला हँसता प्रगट होगा ...
रंग लाल ओढे प्रतिबिंब उसका हर घर में खिल उठेगा ...
निवेदन प्रीत साथ दीर्घायु का हर ह्रदय से गूँज उठेगा ...
हमारा ये 'प्रेमदिन' हर आंगनसमाज में आनंद भर देगा !!
-- कीर्ति अडारकर / Kirti Adarkar