कौन हूं मैं ?
चंद लब्जो में बहोत कुछ बता देता हूं में
किसीको लगता भी है आधा सच छुपा लेता हूं मैं
सच पूछो तो खुली किताब हूं मैं
शक करने वालो की नजर मैं जरा बुरा हूं मैं,
अधूरा हूं मैं।
चंद लब्जो में बहोत कुछ बता देता हूं में
किसीको लगता भी है आधा सच छुपा लेता हूं मैं
सच पूछो तो खुली किताब हूं मैं
शक करने वालो की नजर मैं जरा बुरा हूं मैं,
अधूरा हूं मैं।