रचना के विवरण हेतु पुनः पीछे जाएँ रिपोर्ट टिप्पणी/समीक्षा

सब तू ही तू

ईश्वर कहो या अल्लाह सब एक हैं,

मेरे लिए तू ही ईश्वर तू ही अल्लाह.


क्या मांगू में ईश्वर से या अल्लाह से,

मेरी हर प्रार्थना और दूआ में तू ही है.


सबको मंदिर चाहिए और मस्ज़िद चाहिए,

मुझे आपके दिलमें थोड़ीसी जगह चाहिए.

©Niks ???? Se ???? Tak

टिप्पणी/समीक्षा


आपकी रेटिंग

blank-star-rating

लेफ़्ट मेन्यु