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गुजारिश

गुजारिश तुझसे है तु बनकर आना, 

सूरज की पहली किरण और ,

जगा देना मेरे सोये हुए जज्बातो को। ????


जो खो चुका हु में पुरानी यादों मे, 

हाथ पकड़कर खीच लाना मेरी दीवानगी को।


सर्द रातों की तु चांदनी बन जाना, 

बेलगाम मेरी  साँसे कर जाना, ????

पर है इतनी सी गुजारिश तुझसे, 

मुझे अपने सीने से लगा जाना। 


फिर भी एक गुज़ारिश है तुमसे.,????

कभी तु बादल बनकर तो कभी

बारिश की बूँदों मे लिपटकर.,

मुझपे तुम यू ही बरस जाना । ????????


करते है एक गुज़ारिश तुमसे.,

ज़िंदगी भर युही साथ निभाना.,

बेहद प्यार करता है “राज” तुमसे????


उसे कभी ना छोड़कर तुम  यूही चले जाना...

है बस इतनी सी गुजारिश, 

जब तक सांस चले तब तक, 

हाथ थामे रखना। ????


Love you jindagi 


????????भरत माली (राज) ????????


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