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रंगोकी हसीन दुनिया

हिंदी रचना-- रंगोकी हसीन दुनिया


बचपन का रंग सुनहरा

निरागसता लाता जीवनमे

हंसना,खेलना,कूदना,चहकना

बेफिक्री,  मस्त मौज  बचपनमे


आहा! जवानी का क्या कहना!

गुलाबी गुलाबकी बहार चमनमे

प्रेमकी मुशाफिरी स्वप्न नगरीमे,

भिनिभिनिसी प्रेमखूशबू, तनमनमे


इंद्रधनुसी  सतरंगी  फुहार

कली कलीका सुंदर निखार

जवानी के रंग,नशीले,सुरीले

आंखोकी अदाओमे  इजहार



प्यारकी काली घटा  छा जाती

मधुगंधीत ,प्रेमधारा बरसाती

अंग अंग ,भिगता धाराओमे

लज्जित काया,रोमांचसे थरथराती


आनंद हर्ष तृप्तीसे भरा

गुजरता जीवनका ये दौर

फिर आती संध्या जीवनकी

साथ ,शाम सांवलेके रंगही कुछ और!


भक्तीरंग लाता,शांती तृप्ती

तनमन लागे प्रभुचरणोमे

सुकून, समाधानके रंग

भर देते, प्रसन्नता जीवनमे


रंगोकी  ये,. हसीन दुनिया 

जीवनको करती है खुशहाल

रंग भरा ये मदमस्त जीवन

दोस्तों, लूटो मजे फिलहाल!



सौ.मंजिरी अनसिंगकर नागपूर.

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