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गणराया (अभंग)

शीर्षक - गणराया

साजिरे गोजिरे।रूप मनोहर।

नाम लंबोदर । गणेशाचे।।१।।

 

तव चरणासी ।नमविते माथा।

गाते तुझी गाथा।एकदंता।।२।।

 

तूच सुखकर्ता।आम्हां मायबापा।

राहो तुझी कृपा। विघ्नहर्ता।।३।।

 

व्यर्थ अभिमान।वाहिला चरणी।

नाम चिंतामणी।गजानना।।४।।

 

तुजविण व्यर्थ ।माझे हे जीवन।

तूच दयाघन ।भालचंद्रा।।५।।

 

काय मागू आता।तुजला गणेशा।

तूच गणाधिशा।वक्रतुंडा।।६।।

 

संतांचे वचन ।नाम घेता मुखी।

जना करी सुखी।गणराया।।७।।

                        सौ ऐश्वर्या डगांवकर.

                        इंदोर .मध्यप्रदेश.

               भ्रमणध्वनी-9329736675.

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