पानी की कहानी
बहुत छोटी-सी एक कहानी है
पानी में जीवन, जीवन में पानी है
पानी का हर रूप नया है, अद्भुत है!
नभ से बरसे तो धरा पर अमृत है ...
नदी की लहरों को देता एक बहाव है..
हृदय में नमी, आँखों से बहे तो भाव है..
सुबह-सवेरे पत्तों पर पड़े तो ओस है..
पसीने की बूंद में हो तो उत्साह है, जोश है..
गहरे सागर की सींप में गिरे तो मोती है
पानी की भी क्या अलहदा कहानी होती है!
पानी ने जग को बस आनंद देना ही सीखा है
पानी है तो जीवन है, बिन पानी सब सूखा है।
ऋचा दीपक कर्पे