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स्त्री

अखंड पृथ्वी जशी 
तशी ती ...
तुमच्या माझ्या जीवनाचा...
सार, आधार  आणि अर्थ...
म्हणजे स्त्री ....


                     - मीच तो 
                    ( अजिंक्य जाधव )

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