भाग कोरोना
अब कैसे आएगा हमारे पास, बता "कोरोना" ।
सब अपने-अपने धर मैं, हुए है बंध "कोरोना" ।
जा, जा तुज से पहले, बहुत आए और गए ।
तु कितना भी, ताकतवर क्यूं न हो "कोरोना" ।
ढूंढ सके तो ढूंढ ले हमे, पर इतना बता देती हूं ।
तेरे हाथ न आएंगे हम, ये समझ लेना "कोरोना" ।
तुझ से डरकर, भागनेवालो मैं से नहि है हम ।
डँटकर सामना करके, भगायेंगे तुझे "कोरोना" ।
दिन-रात डॉक्टर और नर्सीस, लगे हैं सेवा मैं ।
पुलीस-सफाईकर्मी भी, साध उसके "कोरोना" ।
जिस देश का, राजा ही इतना जागरूक हो ।
उस प्रजा का क्या उखाड लेगा, बता "कोरोना" ।
हर एक नागरिक देश के "प्रधानमंत्री" के साथ है ।
इसलिए कुछ ना बिगाड पाएगा, समज ले "कोरोना" ।
अब समझकर जल्द ही, यहां से भाग वरना।
नए खोज से, नामोनिशान मिटा देंगे "कोरोना" ।
प्रीति शाह ("अमी-प्रीत")