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आभार -सुषमा व्यास   राजनिधि 

 
         जैसा कि सर्व विदित है महामारी के कारण लॉक डाउन के चलते सोशल डिस्टेंस रखनी थी । तो मिलन संभव नहीं था । लेकिन भावनाओं का ज्वार तो उमड़ा पड़ रहा था न । विचार - भावनाओं पर तो लॉक डाउन नहीं हो सकता ना । तो मातृ दिवस के अवसर पर , इंदौर लेखिका संघ , इंदौर ने ऑनलाइन काव्य - लघु कथा गोष्ठी का आयोजन किया । जिसमें सभी लेखिकाओं ने भरपूर उत्साह से भाग लिया । और हम सब के संयुक्त प्रयास से एक सफल - सार्थक संगोष्ठी के फलस्वरुप हमारे हाथ अनेकानेक रचना पुष्पों से सुगंधित हो गए ।
        अतः हम आभारी हैं सर्व प्रथम अपनी मुख्य अतिथि आदरणीय सुमन ओबेरॉय जी के । जिन्होंने अपना अमूल्य समय हमें दिया 3 घंटे चली संगोष्ठी में वे निरंतर हमारा उत्साहवर्धन करती रही।  और फिर बड़े लगन - परिश्रम पूर्वक हमारी रचनाओं  की समीक्षा की पूरी इमानदारी से ।
         हम आभारी हैं हमारी संस्थापक - अध्यक्ष स्वाति तिवारी जी के जो अपने व्यस्त समय में से भी हमारे लिए समय निकाल लेती हैं और महत्वपूर्ण सुझाव देती है ।
        हम आभारी है अपनी अध्यक्ष चेतना भाटी के जिन्होंने ऑनलाइन कार्यक्रम की योजना बनाई \
         हम अपनी सभी लेखिका बहनों के आभारी तो हैं ही कि उन्होंने अपनी जीवंत उपस्थिति दर्ज की । और जिन के बिना यह संभव नहीं था ।
          हम आभारी हैं प्रिय व्योमा मिश्रा जी के  जिन्होंने हमें ईबुक को बनवाने में अपनी भरपूर समय - श्रम - ऊर्जा खपाई । और हमें आधुनिक तकनीकी कमाल से अवगत कराया कि जब हमारी ये रचनाएं विश्व के कोने-कोने में पढ़ी जा सकेगी ।
          अहा ! यह कल्पना ही कितनी आह्लादकारी है । 
         तो आभार - आभार और आभार सभी का जो किसी न किसी तरह हमसे जुड़े रहे।  हमारा उत्साह वर्धन करते हुए । 
आभार 
  

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