जूही का गजरा - स्वाति मृगी[नावलेकर ]
एक लड़की,
चाँद रात को,
बालों में
जूही का गजरा लगाये
एक ठंड़ी सफेद छत पर खड़ी
मुस्कुरा रही थी ...
पीछे से
कोई चुपचाप
उसे निहारते हुए
मुस्कुरा रहा था !
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बड़े सारे सालों बाद
लड़की
रोज़
सफेद चादर पर
संग लेकर सोती है,
जूही के फूल !
लड़का
निहारता है रोज़,
अपने - -
बागीचे में खिली
जूही की बेल को !!
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लड़का और लड़की
आज भी
महक रहे हैं !
स्वाति मृगी[नावलेकर ]
फेसबुक से साभार
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जिनके लिए शृंगार भी कला है ------वो यही है .