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अध्याय 1

कुछ दिनों से मन में अनेक बाते हर प्रकार के विचार आ रहे थे, आजकल के बाहरी वातावरण में जो कुछ चल रहा है उसको देखने के बाद मन बहुत विचलित है कोई भी क्षेत्र देख लो हर जगह बस घूसख़ोरी, भ्रष्टाचारी, बेईमानी भरी हुई है... हाँ कुछ लोग है जो आज भी अपना काम पूरी ईमानदारी से करते हैं पर उनका जीवन बहुत ही कठिन हो जाता है क्यूकी बाकी दुनिया उन्हे अपने रास्ते चलने नहीं देती।

सच ऐसी स्थिति में मन उन बातों को याद करता है जो कभी कहीं किताबों में पढ़ी हैं, भारत का वो स्वर्णिम इतिहास जिसके कारण भारत देश ने सम्पूर्ण विश्व में अपने नाम का डंका बजाया था। कुछ ऐसे लोग जिनके तेजस्वी जीवन आज भी हमारा मार्ग आलोकित कर रहें है आज भी हमारे मार्गदर्शक बने हुये हैं पर मुद्दा ये है की क्या हम जानते हैं की आज जिस मुक्त वातावरण में हम सब रह रहें हैं वो मिलने के लिए कितने लोगो नें अपना सम्पूर्ण जीवन दिया है, आज जो वैभव संपन्नता, घूमने फिरने की आजादी और सुविधाएं हम भोग रहें हैं वो हमारे पूर्वजों की देन है,

कुछ ऐसे लोग जिन्होने भारतमाता और उसकी स्वतन्त्रता के लिए अपना जीवन ही नहीं अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था। इतिहास उठाकर देखें तो पता चलता है की भारत माता पर अनेक आताताइयों ने बारंबार आक्रमण किए हैं, पर हर बार इस धरती ने एक ऐसे वीर को जन्म दिया जिसने उसकी रक्षा की और शत्रु को परास्त किया, भारत की आजादी में अनेकों वीरों ने अपना रक्त बहाया था तब जाकर आज हम इस स्वतंत्र भारत मे खुली हवा में सांस ली पा रहे हैं पर क्या आप जानते हैं की अंग्रेजों से भी पहले भारत अनेकों वर्षों तक यवन शासकों की दासता को झेल रहा था,

बाहर से आने वाले इन विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत को ही अपना घर बना लिया था और भारतवासियों को अपना गुलाम...

इस देश का उन्होने जैसे चाहे वैसे इस्तेमाल किया...सैकड़ों वर्षों तक अपने क्रूर शासन से सबका जीना दुश्वार किया। पर कहते है ना की जहां समस्या कठिन होती है उसे समाप्त करने की संभावनाएँ भी उतनी ही प्रबल होती है, इस देश में भी उन दुष्ट शासकों को मात देने के लिए नयी-नयी संभावनाओं का जन्म हो रहा था, देश के अलग-अलग हिस्सों में चिंगारियाँ उठ रही थी जो मुगल शासन को चुनौती दे रही थी। ऐसे अनेकों नाम है और अनेक वीर जिन्होने इस सैकड़ों वर्षों तक चले संग्राम में खुद को झोक दिया। पर यवनों ने अपनी सम्पूर्ण ताकत लगा कर उन्हे खत्म करने का प्रयास भी किया, कुछ हार गए और कुछ डर के कारण उनके साथ शामिल हो गए,

परंतु कुछ ऐसे नाम थे जो कालांतर में स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए....

आज हम ऐसे ही एक अद्वितीय शासक की कहानी पढ़ेंगे जिनके बारे में कहा जाता है की यदि वो नहीं होते तो हम आज भी गुलाम होते....

उनका नाम है छत्रपती शिवाजी महाराज....

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