• 01 January 1970




स्नेहमंजरी भागवत - (28 May 2021) 5
बहुत अच्छा लिखती हो ऋचा शब्द चित्र आंखों के आगे खिंच जाता है वाह

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Mohit Karpe - (26 May 2021) 5
beautifully written!

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Seema Puranik - (26 May 2021) 5
पुरानी शादीयों का सजीव चित्रण हुआ है ऋचा बहुत ही अच्छा 👌🌹

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Shubdha Bakre - (26 May 2021) 5
शुभदा बाकरे.... 👌👌👍👍☺️

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Jayshree Joshi - (26 May 2021) 5

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मीन करकरे - (26 May 2021) 5
शादियाँ कही पर भी हो .....मन मिलन जरूरी है !

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