वो कौन थे?
वो कौन थे?
वंदे मातरम.... वंदे मातरम।
भारत माता के भाल का
तिलक बनकर चमक गए,
वो वीर बाँकुरे कौन थे?
वंदे मातरम।
अंग्रेजों को धूल चटाती
मातृभूमि का कर्ज़ चुकाती,
वो तलवार कौन थी?
वंदे मातरम।
थर थर कांपते अंग्रेज सारे
मूंछों के बस एक ताव पर,
वो मतवाले कौन थे?
वंदे मातरम।
जिनकी फौज के युवा थे जागे
देख जिन्हें दुश्मन थे भागे,
वो सच्चे नेता कौन थे?
वंदे मातरम।
बहेरी सरकार के कान थे खोले
असम्बलीमे बजे थे गोले,
वो नौजवां कौन थे?
वंदे मातरम।
दीवारों में लहू छप गया
कुवों में भी लहू भर गया,
वो बागमें मासूम सारे कौन थे?
वंदे मातरम।
कितने सूली चढ़ गए थे
कितने राख में मिल गए थे,
वो माँ के लाल सारे कौन थे?
वंदे मातरम....
वंदे मातरम... ।