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प्यार हमारा और उनका

*हम और वें*


हम अलग जहाँ में जीते है,

वो अलग जहाँ में रहते है

तभी तो हम प्रेम मनाते है   

और वे प्रेम के लिए मरते है।


हम चॉकलेट गोली खाते है

वे गोली दुश्मन की खाते है

हम न्योछावर अपने प्रेमी पर

वो देश पर न्योछावर हो जाते है।


हम स्व प्रियतम को मनाते है

वे देश को प्रियतम मानते है

हम लाल रंग पहन इतराते है

वे लाल  खून बहाते है।


क्या कहूं प्रियतम को अपने

की उनलोगो के भी थे सपने

हम सपनो में भी जुदा ना हो पाते है

वे किसके सपने मे ही खुदा हो जाते है ।


प्यार हमारा परवान चढ़ा

प्यार उनका भी परवान चढ़ा

हम दीवाने तेरे कहलाए

वो शहीद भारत के कहलाए।


सौ अनला बापट

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