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आया है गणतंत्र दिवस

आया है गणतंत्र दिवस
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आया है गणतंत्र दिवस
गली गली झण्डा फहराया।. 
लाल किले मिला उद्वोधन, 
देश मेरा हर्षाया।
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मन में छाया उल्लास,
सावधान हो राष्ट्रगान गाया।
राष्ट्रध्वज को वंदन करना, 
यही सीख है, सिखलाया।

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गुरुजनों ने देशभक्ति को,
हम सब के मन में जगा दिया।
जब भी दुश्मन की आंख उठी, 
हमने उसका संहार किया।

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देश की माटी बना के चन्दन,
अपने माथे तिलक किया। 
मातृभूमि की खातिर जान लुटाई,
बहादुर वीरों को नमन किया।  
राष्ट्रपथ पर झांकी निकली,

गणतन्त्र दिवस को मना लिया।

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खेतों में फैली हरियाली, 

ज्वार, बाजरा, रागी, कुटकी,
धरती माँ ने श्रंगार किया,
सरसों की पीली चूनर से,
खुद को घूंघट ले कर सजा लिया।
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कोयल बगिया में कूक उठी,
तीन रंग से सजा तिरंगा,
रंग नवल बसंती लहराया।
ज्यों आसमान में पंछी गण हों, 
देश का झण्डा फहराया। 
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गेंदा गुलाब महकें क्यारी में,
फुलवारी खूब फूल रही। 
जय भारत, जय-जय जवान,
गली-गली नारों से  गूंज रही। 
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आजादी है अपनी प्यारी, 
शत्रु को नेस्तनाबूद कर देंगे।
दृष्टिपात की भूल किया जो,
उसका सर कलम कर देंगे।
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निर्माण किया संविधान का,

कायदे और कानून बने तब,

आज का दिन पावन पुनीत,
गणतन्त्र दिवस ये कहलाया। 
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�शोभा शर्मा 26 jan2023

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