राजनारायण बोहरे का जन्म अशोकनगर मध्यप्रदेश में हुआ , बोहरे ने एम् ए हिंदी साहित्य , पत्रकरिता और लॉ में स्नातक डिग्री ली है, अब तक राज बोहरे के चार कहानी संग्रह इज़्ज़त-आबरू , गोस्टा, हादसा और मेरी प्रिय कथाएं प्रकाशित हुए है, उन्हें मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मलेन का वागीश्वरी पुरस्कार...More
राजनारायण बोहरे का जन्म अशोकनगर मध्यप्रदेश में हुआ , बोहरे ने एम् ए हिंदी साहित्य , पत्रकरिता और लॉ में स्नातक डिग्री ली है, अब तक राज बोहरे के चार कहानी संग्रह इज़्ज़त-आबरू , गोस्टा, हादसा और मेरी प्रिय कथाएं प्रकाशित हुए है, उन्हें मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मलेन का वागीश्वरी पुरस्कार और साहित्य अकादेमी मध्य प्रेदश का सुभद्रा कुमारी chohan पुरस्कार मिला है,
Book Summary
सालुंके का इस इलाके पर बड़ा अहसान है क्योंकि पानी की बूंद बूंद को तरसते लोगों को वे पानी से धनवान यानि पानीदार बना गये । पूरे इलाके में आपसी प्रेम और भाईचारे की भावना ऐसी फैली कि कभी किसीसे कोई झगड़ा ही नही होता था। थाने में पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती थी और अदालतों में मुकदमों का अकाल सा हो गया था।