लड्डू खाने का मन हो तब खाओ,ये अपने विलायती राम पांडेय जी का मानना है,क्या कहते है आप....!!!
आइए उनसे ही मुखातिब होते है,आजके व्यंग्य के माध्यम से।
'आजकल जब रामखेलावन के रंग ढंग बदले हुए नजर आएं।शक तो पांडेय जी को भी हुआ।पांडेय जी ने चिलमन के साथ स्कूटी सवार मधुबाला की ड्यूटी लगाई कि जरा पता करो कि इसके रंग ढंग क्यों बदले हुए है!
जो रिपोर्ट सामने आई वह हैरान कर देने वाली थीं कि रामखेलावन आजकल एक सुंदर सी लड़की के साथ में रहता है।प्रेस क्लब के सभी मेम्बर्स की हालत ऐसी थी कि सब देखते रह जाते।मधुबाला को तो यह लगता था कि रामखेलावन के हाथ लगी कैसे!
पहले तो वह मधुबाला की चाहत लिस्ट में था,पर अब उसने ध्यान ही पलट दिया।सत्ता कब विपक्ष की भूमिका में आ जाती है,पता ही नहीं चलता।'