जीवन ईश्वर का दिया वो प्रसाद है जो हमें अनेक जन्म के तप से मिलता है । हम इसको यूँ ही एक दूसरे पर आक्षेप , या किसी की कमी निकाल कर या अपने को सर्वसिद्धा , सर्वोपरि समझ कर न बिताएँ । ये हर किसी पर लागू होने वाली बात है वो चाहें हम हों या आप हों या कोई भी हो ...