'9वनिधि' यानि नौ निधियों के समतुल्य एक समूह या यूँ कहिये नौ रत्नों से भरी मंजूषा...
निधि शब्द से ही किसी कीमती चीज़ के होने का एहसास होता है और वो कीमती चीज है '9वनिधि' के ये सभी लेखक एवं मंजूषा में भरी हैं उनकी बेमिसाल, सदाबहार कहानियाँ!
'9वनिधि' की ये अमूल्य निधियाँ अपनी रचनात्मकता के द्वारा पाठकों के दिलों तक पहुँचने के लिए तत्पर है, इस विश्वास के साथ कि जो हमें एक बार पढ़ेगा वह दोबारा हमें जरूर पढ़ना चाहेगा।