Deepak Karpe - (22 July 2024)वाह आलिंद बहुत ही सरल, सीधा,व्यावहारिक विचार अपनी बात के माध्यम से प्रस्तुत किया है।यह आवश्यक भी है। अभिनंदन
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उज्वला कर्पे - (21 July 2024)बिलकुल सही लिखा है आपने कि हमारे दैनंदिन जीवन में हम अपने गुरूओं के अलावा बहुत लोगों से मिलते हैं जिनसे हम कुछ अच्छा सीखतें है इसी प्रवाह को बरकरार रखें,काफी अच्छे विचार हैं।