"मैं राष्ट्रभक्त हूं और आजीवन राष्ट्र की सेवा करता रहूंगा !" ---किरण कुमार पाण्डेय
Book Summary
मेरे दादाजी नब्बे से अधिक वर्षों तक जिए ! उन्होंने हमें बताया था कि कैसे वे लोग समय का अनुमान भी शुक्र ग्रह से लगा लेते हैं जो "भोर होने से पहले पूरब दिशा में आसमान में दिखाई देता है !" आज सत्रह जून दो हज़ार पच्चीस सुबह चार बजकर छत्तीस मिनट पर शुक्र ग्रह की तस्वीर अपने मोबाइल के कैमरे से क़ैद किया हूं तो मुझे मेरे दादाजी की कही बातें याद आईं ! आप भी यदि शुक्र ग्रह को धरती से बिना किसी यंत्र की मदद से देखना चाहते हैं तो सुबह जल्दी उठकर पूर्व दिशा की ओर देखिए, आपको शुक्र ग्रह के दर्शन हो जाएंगे !