"मैं राष्ट्रभक्त हूं और आजीवन राष्ट्र की सेवा करता रहूंगा !" ---किरण कुमार पाण्डेय
Book Summary
आदिकाल से अनेकों ऋषि-मुनियों, साधु-संतों, महापुरुषों, राजा-महाराजाओं एवं गणमान्य व्यक्तियों ने न सिर्फ हमारा मार्गदर्शन किया अपितु समय आने पर अपना सर्वस्व बलिदान कर समाज को जीवन दान दिया जिसे भारत मां की पवित्र भूमि पर निवास करने वाले हम और आप परिलक्षित हुए देख रहे हैं ! "उत्सुकता में बढ़ाया गया पहला कदम वर्चस्व कायम करने तक ही सीमित नहीं रहता देर सबेर नर्क में ले जाकर ही छोड़ता है !" "भारत में रहने वाले सभी लोग केवल और केवल भारतीय बनकर रहें, कोई आगे-पीछे सोचने, समझने अथवा मुड़ने की जरूरत नहीं अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहे !"