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भक्ति का मूल arth

भक्ति का मूल arth


नीना पराड़कर नीना पराड़कर

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भक्ति का अर्थ संसार से भागना नहीं, बल्कि संसार में रहते हुए भी ईश्वर को हर कर्म, हर भावना और हर व्यक्ति में अनुभव करना है। यह हमारे मन,...More
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"मैं पुकार हुँ अनंत की,पतझड़के ह्रदय में सोए वसन्त की"

Publish Date : 17 Oct 2025

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