सरल, संभ्रांत, सुस्पष्ट एवं धरती से जुडी आम आदमी की व्यथा, ख़ुशी, रोमांच, दैनिक दिनचर्या से जुडी बातों को वर्णानुक्रम में करने का प्रयास करता रहता हूँ |
सरल, संभ्रांत, सुस्पष्ट एवं धरती से जुडी आम आदमी की व्यथा, ख़ुशी, रोमांच, दैनिक दिनचर्या से जुडी बातों को वर्णानुक्रम में करने का प्रयास करता रहता हूँ |
Book Summary
भूमिका - यह संकलन मेरी प्रिय धर्मपत्नी अपर्णा के प्रेम, त्याग, समर्पण, साथ, प्रेरणा, मित्रता एवं प्रोत्साहन से संभव हो सका है, मेरी यह प्रथम सार्वजानिक संकलन मेरी प्रिय जीवनसंगिनी अपर्णा को सप्रेम समर्पित है |