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अंधेरा कायम है

अंधेरा कायम है


जपेश कुमार प्रधान जपेश कुमार प्रधान

Summary

ज्ञानी नही होने तक मन की अज्ञानता ही मन का अंधेरा है,,मेरा मन अज्ञान से भरा हुआ है तभी लिखना पड़ता है "अंधेरा कायम है"
Poetry collection

जपेश कुमार प्रधान सहायक शिक्षक पिथौरा,महासमुंद ,(छत्तीसगढ़) शिक्षा -MA (hindi lit), Blib&ISC, Ded,cgTET, लेखन -अंधेरा कायम है,डिजिटल भारत और किशोरावस्था,राम और रावण... shopizen परिवार को धन्यवाद... पाठकों से आशा .....

Publish Date : 31 Jul 2020

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Chapter : 10


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