शिखर चंद जैन
प्रकाशित पुस्तकें :
*जिंदगी न मिलेगी दोबारा (मोटिवेशनल लेख)
*कोरोना के मत्थे (लघुकथा संग्रह पुस्तिका)
*डिजाइनर घोंसला (बाल कहानी संग्रह)
*डियर जिंदगी:हवा सी हल्की और सुहानी हो जिंदगी (मोटिवेशनल लेख संग्रह)
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* फीचर सलाहकार,
*व्यक्तित्व विकास व मोटिवेशनल आर्टिकल्स के...More
शिखर चंद जैन
प्रकाशित पुस्तकें :
*जिंदगी न मिलेगी दोबारा (मोटिवेशनल लेख)
*कोरोना के मत्थे (लघुकथा संग्रह पुस्तिका)
*डिजाइनर घोंसला (बाल कहानी संग्रह)
*डियर जिंदगी:हवा सी हल्की और सुहानी हो जिंदगी (मोटिवेशनल लेख संग्रह)
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* फीचर सलाहकार,
*व्यक्तित्व विकास व मोटिवेशनल आर्टिकल्स के नियमित लेखक,बीते 30 वर्षों से राष्ट्रीय हिंदी दैनिकों व पत्रिकाओं में नियमित लेखन,
*समाज्ञा हिंदी दैनिक के लिए नियमित पुस्तक समीक्षा स्तम्भ का लेखन साथ ही निवाण टाइम्स और प्रणाम पर्यटन के लिए भी पुस्तक समीक्षा लेखन
*कई हिंदी दैनिकों के लिए राजस्थानी हास्य व्यंग्य कॉलम का लेखन।
*गृहशोभा,सरिता,मुक्ता,सुमन सौरभ, गृहलक्ष्मी,मेरी सहेली, नारी शोभा,नई दुनिया,हरिभूमि, समाज्ञा,दैनिक भास्कर,राष्ट्रीय सहारा ,जनसत्ता, हिंदुस्तान,अमर उजाला(रूपायन)सन्मार्ग, जनसंदेश,बालहंस सहित कई राष्ट्रीय व स्थानीय पत्र- पत्रिकाओं के विभिन्न स्तंभों व समसामयिक विषयों/ मुद्दों पर नियमित लेखन.
*बालकथा कविता,लघुकथा,सामयिक विषयों पर लेख एवं फीचर लेखन
Contact-
SHIKHAR CHAND JAIN
67/49 STRAND ROAD
3RD FLOOR
KOLKATA-700007(W.B.)
WHATSAPP- 9836067535
EMAIL- jainshikhar6@gmail.com
FACEBOOK-sikharjain@yahoo.in
Book Summary
"डिजाइनर घोंसला" श्री शिखरचंद जैन की इक्कीस बाल कहानियों का मनभावन संकलन है जिसमें रचनाकार ने बालमन के अनुरूप विषयों का चयन करते हुए, उनकी प्रवृतियों का सूक्ष्म निरीक्षण - परीक्षण कर लिखी गई इन कहानियों में ऐसी विशद जानकारी है कि उनकी ये कहानियाँ बाल पाठकों , अभिभावकों, शिक्षकों के मध्य सराहना अर्जित करेगी। श्री शिखरचंद जैन की कहानियों में वर्तमान समय के बच्चों के मनोविज्ञान को समझने के साथ ही पवित्रता, सादगी, सरलता का जो रूप दिखाई देता है वह बालकों को आत्म विश्वास देने के साथ ही उनके जीवन को निखारने के प्रयास भी करता हैं। मेरा मत है कि इस तरह की कहानियों के माध्यम से ज्ञान -विज्ञान की जटिल जानकारी भी बालक आसानी से ग्रहण कर लेते हैं। इन कहानियों में बाल मन की विभिन्न भावनाओं, संवेदनाओं, जिज्ञासाओं तथा ज्ञान प्राप्ति की ललक को सत्य तथ्यों व शोध निष्कर्ष के सहारे सजीव रूप से व्यक्त करने का प्रयास किया गया है।
राजकुमार जैन राजन