मुन्तज़िर

Summary

रहो कुछ देर यूँ ही संग, मेरे पास आओ, प्यार के बोल कहो यूँ ही, मेरे पास आओ, यूँ ही सहलाओ मेरे गेसु ज़रा नरमी से, यूँ ही खो जाऊं तेरे गेसुओं...More
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कवि, कहानीकार, ग़ज़लकार

Publish Date : 05 May 2023

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Chapter : 15


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Pages : 59

ISBN : 9788119193776

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