कुछ भूली यादें
कुछ बिखरे ख्वाब
यही है मेरी दास्तां....
Book Summary
यह कविता दो नीले परिंदों की प्रेम करने की उत्कंठा और उनके स्वाभाविक प्रेम को मौलिक रुप से व्यक्त करती है............संसार की कोलाहल से कोशों दूर प्रेम में डूबा जाते हैं.......आओ थोड़ा सा नीले ख्वाब बुने....????????