कुछ भूली यादें
कुछ बिखरे ख्वाब
यही है मेरी दास्तां....
Book Summary
वैवाहिक बंधन आधी आबादी की लगभग आधा सच यही है कि कभी - कभी परतंत्रता स्वैच्छिक होती है। लेकिन कभी - कभी सामाजिक - परिवारिक परिस्थितियों में उलझी स्त्रियां इसे स्वेच्छा बना लेती हैं..........