मजदूर
Deepak Sharma - (27 February 2021) 5

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Prem Sharma - (26 February 2021) 5
🌺 🌺 "जैसे रात की बासी रोटियों को मथ रहा हो छाछ में" गज़ब लिखा आपने

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सरकारी नौकर हूँ। लिखने का शौक है एक संग्रह छपा है-"फिर वही कविता"

Publish Date : 26 Feb 2021

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