मै लडकी नवयुग की

मै लडकी नवयुग की


akshata देशपांडे akshata देशपांडे

Summary

*मै लडकी नवयुग की और ये नवयुग मेरा है* मै नितदिन सोचूँ कुछ करू कुछ चाहूँ कुछ बनूँ कुछ ऐसा कर दिखाऊं की मै मुझसे आगे बढ़ जाऊँ आसमान से...More
Poem
Shri Kaviraj - (29 May 2021) 5
आभिव्यक्ती बढीया है जी । बहोत सुंदर👌👌

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Prem Sharma - (27 March 2021) 5
🌷🌷🌷

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मी लेखिका, अनुवादिका, कवयित्री

Publish Date : 27 Mar 2021

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