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क्या मांगा....... क्या मिला।

क्या मांगा....... क्या मिला।


भरत (राज) भरत (राज)

Summary

सवेरा मांगा, कड़ी धूप मिली। खुशीया मांगी, दर्द बेहिसाब मिला। प्यार मांगा नफरत की बोचार मिली। सुनरी मांगी, सफेद कपन मिला। हिम्मत...More
Poem
भालचंद्र चितळे - (01 November 2022) 5

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डा संगीता अग्रवाल - (01 November 2022) 5
बिन मांगे मोती मिले,मांगे मिले न भीख😊,फलसफा ये होना चाहिए,जो मिल जाए उसे स्वीकार लें या लड़कर हासिल कर लें।

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Publish Date : 01 Nov 2022

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