शब्दात तू मावत नाहीस

शब्दात तू मावत नाहीस


संजय येरणे संजय येरणे

Summary

विठ्ठल भक्तीचे रूप दर्शविणारी कविता
Contemporary Stories Poem
Nilima Ravi - (21 November 2024) 5

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ऋचा दीपक कर्पे - (19 November 2024) 5
खूप खूप अर्थपूर्ण रचना 🙏

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Mrudula Raje - (19 November 2024) 5
खूप छान 👍👍

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Radhika Bhandarkar - (19 November 2024) 5
सुंदर

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sudhir inamdar - (18 July 2024) 5
छान अर्थपूर्ण रचना !

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vidya anantwar - (18 July 2024) 5
व्वा!

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भारती महाजन रायबागकर - (18 July 2024) 5
सुंदर

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आजतागायत 36 पुस्तके प्रकाशन कथा, कादंबरी, समीक्षा, लेख, कविता.

Publish Date : 18 Jul 2024

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