मेरे गुरु

मेरे गुरु


Usha Shrivas Usha Shrivas

Summary

बारुद तो रखा हुआ था, चिंगारी तुमने दिखाई है। सो रहे जवान पिता की, बेटी ने ही नींद उड़ाई है।। तूने साहस न दिया होता, हम तो बेखबर थे खुद...More
Poem
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Publish Date : 05 Sep 2024

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