शीर्षक - हम एक हैं
एक धरती हम सबकी
गगन हमारा एक है,
हम सब हैं हिन्द के वासी
पहचान हमारी एक है।
धर्म चाहे अलग अलग
राष्ट्र पताका एक है,
वेशभूषा है अलग अलग
राष्ट्रगान एक है।
खान पान अलग अलग है
लेते हैं सांस हवा भी एक है,
जात पात है छिनभिन
राष्ट्रनीति एक है।
बोली भाषा अलग अलग
पर राष्ट्र हमारा एक है,
रुप रंग अलग अलग
मातृभूमि हमारी एक है।
उषा श्रीवास *वत्स*
बिलासपुर (छ०ग०)